आजकल की इस दौड़-भाग से भरी जिंदगी में हम अपने काम काज में इतने व्यस्त हो चुके है, कि अपने खान पान पर ध्यान नहीं दे पाते, इसके कारण हमें कभी ना कभी पेट से जुडी समस्या जकड़ लेती है, इसकी वजह से हमें एसिडिटी(acidity), पेट दर्द, पेट में जलन, गैस, कब्ज, साँस तेज चलना, घबराहट होना, पेट में अल्सर और अल्सर के बाद कैंसर आदि की शिकायत होने लगती है। एसिडिटी G.E.R.D(Gastroesophageal Reflux Disease) भी कहा जाता है।
हमारे शरीर का पाचन तंत्र एक हाइड्रोक्लोरिक एसिड का निर्माण करता हैl यह एसिड भोजन को टुकड़ों में तोड़ता है, और पचाने का काम करता हैl खाना खाने के बाद खाना पाचन तंत्र में पहुँचता हैl जैसे ही खाना पाचन तंत्र में पहुँचता है, वैसे ही पाचन तंत्र एसिड का निर्माण शुरू कर देता हैl
पाचन तंत्र में अगर इस एसिड का निर्माण संतुलित मात्रा में हो तो इससे हमारा पेट स्वस्थ रहता है और पेट से जुडी बीमारियां नहीं होतीl हमारे पेट की अंदरूनी परत इतनी शक्तिशाली होती है, जो इस एसिड को सहन कर लेती हैl
इसके विपरीत हमारी अगर पाचन तंत्र में इस एसिड का निर्माण अधिक होने लगे तो यह अम्लीय पदार्थ हमारी आहारनली(ग्रासनली या इसोफेगस; Esophagus) में आ जाता है, आहारनली की परतें इस अम्ल के प्रति अनुकूलित नहीं होतीl इस वजह से हमें पेट में जलन और एसिडिटी की समस्या होने लगती हैl एसिडिटी के लक्षण, कारण, अचूक इलाज और परहेज के तरीकों के बारे में जानिए
Icons made by Freepik from www.flaticon.com
आजकल की इस दौड़-भाग से भरी जिंदगी में हम अपने काम काज में इतने व्यस्त हो चुके है, कि अपने खान पान पर ध्यान नहीं दे पाते, इसके कारण हमें कभी ना कभी पेट से जुडी समस्या जकड़ लेती है, इसकी वजह से हमें एसिडिटी (кислотность), पेट दर्द, पेट में जलन, गैस, कब्ज, साँस तेज चलना, घबराहट होना, पेट में अल्सर और अल्सर के बाद कैंसर आदि की शिकायत होने लगती है. एसिडिटी G.E.R.D (гастроэзофагеальной рефлюксной болезни) भी कहा जाता है.
हमारे शरीर का पाचन तंत्र एक हाइड्रोक्लोरिक एसिड का निर्माण करता है л यह एसिड भोजन को टुकड़ों में तोड़ता है, और पचाने का काम करता है л खाना खाने के बाद खाना पाचन तंत्र में पहुँचता है л जैसे ही खाना पाचन तंत्र में पहुँचता है, वैसे ही पाचन तंत्र एसिड का निर्माण शुरू कर देता है л
पाचन तंत्र में अगर इस एसिड का निर्माण संतुलित मात्रा में हो तो इससे हमारा पेट स्वस्थ रहता है और पेट से जुडी बीमारियां नहीं होती л हमारे पेट की अंदरूनी परत इतनी शक्तिशाली होती है, जो इस एसिड को सहन कर लेती है л
इसके विपरीत हमारी अगर पाचन तंत्र में इस एसिड का निर्माण अधिक होने लगे तो यह अम्लीय पदार्थ हमारी आहारनली (ग्रासनली या इसोफेगस; Пищевод) में आ जाता है, आहारनली की परतें इस अम्ल के प्रति अनुकूलित नहीं होती л इस वजह से हमें पेट में जलन और एसिडिटी की समस्या होने लगती है л एसिडिटी के लक्षण, कारण, अचूक इलाज और परहेज के तरीकों के बारे में जानिए
Иконки, сделанные из Freepik www.flaticon.com